Thursday, February 2, 2012

पूजा हो तो गुणों की

आचार्य श्री भिक्षु -
जैन धर्म में देखल्यो गुण लारै पूजा |
निगुणा नै पूजै जिका मारग है दूजा ||
अनुवाद -
पूजा हो तो गुणों की हो |
गुण के बारे में किसी का कोई ठेका नहीं होता |
गुण तो किसी में भी हो सकता |

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