Friday, May 18, 2012

आप अमृत बांट रहे हैं

‎"आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी फरमाते थे -
गुरु उलाहना देते और साध्वियां फरमाती -
" आप अमृत बांट रहे हैं "
~ आचार्य श्री महाश्रमण जी

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