सामायिक-पाठ
सामायिक शुरू करने से पहले वंदन-पाठ ( तिक्खुत्तो ) पढना चाहिए |
सामायिक ऐसे करें -
वंदे अर्हम - ३ बार
वन्दे गुरुवरम - ३ बार
वंदे सच्चम - ३ बार
सामायिक प्रतिज्ञा -
करेमि भंते! सामाइयं ( हे भगवान् ! मैं सामायिक करता हूं |
सावज्जं जोगं ( सावद्द योग [ पापकारी प्रवृत्ति ] का )
पच्चक्खामि ( प्रत्याख्यान करता हूं )
जाव नियमं ( सामायिक का जितना काल हो )
( मुहुत्तं एगं ) एक मुहूर्त ( ४८ मिनट )
पज्जुवासामि दुविहं ( मैं उपासना करता हूं )
तिविहेणं ( तीन योग से [मन, वचन, काया ]
न करेमि ( न करूंगा )
न कारवेमि ( न कराऊंगा )
मणसा (मन से )
वयसा (वचन से )
कायसा (काया से )
तस्स ( उन पूर्वकृत कार्यों से )
भंते! ( हे भगवन !)
पडिक्कमामि ( निवृत्त होता हूं )
निन्दामि ( निंदा करता हूं ) आत्म-साक्षी से
गरिहामि ( गुरु साक्षी से आलोचना करता हूं )
अप्पाणं वोसिरामि (आत्मा को पाप से दूर करता हूं )
नोट- सामायिक पाठ के बाद ५ वार नवकार महामंत्र बोलें |
इसके बाद चतुर्विंशति-स्तव (लोगस्स) का पाठ अवश्य पढ़ें |
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